Motivational Poem In Hindi
प्रेरणा जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है और ये 200 सर्वश्रेष्ठ प्रेरक कविताएँ आपको अपने लक्ष्यों तक पहुँचने में मदद करेंगी। ये हिंदी में लिखे गए हैं और आप इन्हें किसी भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या बुक स्टोर पर आसानी से पा सकते हैं। यहाँ प्रेरणा के बारे में कुछ बेहतरीन कविताएँ हैं:
प्रेरक कविताएँ सदियों से मानव संस्कृति का हिस्सा रही हैं। उनमें लोगों के दिलों को छूने और उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने की क्षमता है।
हिंदी में भी कई उत्कृष्ट प्रेरक कविताएँ उपलब्ध हैं। ये कविताएँ आपको प्रेरित और प्रेरित रहने में मदद कर सकती हैं, चाहे आपकी स्थिति कैसी भी हो।
Motivational Poem In Hindi
1. LAKDI KI KATHI..,
लकड़ी की काठी काठी पे घोड़ा, घोड़े की दुम पे जो मारा हथौड़ा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
घोड़ा पहुंचा चौक में चौक में था नाई, घोड़ेजी की नाई ने हज़ामत जो बनाई
चग-बग चग-बग चग-बग चग-बग, घोड़ा पहुंचा चौक …..
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
घोड़ा था घमंडी पहुंचा सब्जी मंडी. सब्जी मंडी बरफ़ पड़ी थी बरफ़ में लग गई ठंडी,
चग-बग चग-बग चग-बग चग-बग, घोड़ा था घमंडी …
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
घोड़ा अपना तगड़ा है देखो कितनी चरबी है, चलता है महरौली में पर घोड़ा अपना अरबी है
चग-बग चग-बग चग-बग चग-बग, घोड़ा अपना तगड़ा है …
बाँह छूड़ा के दौड़ा घोड़ा दुम उठा के डौड़ा
लकड़ी की काठी काठी पे घोड़ा, घोड़े की दुम पे जो मारा हथौड़ा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा,
मछली जल की रानी है,
Motivational Poem In Hindi
2.machali jal KI….,
जीवन उसका पानी है,
हाथ लगाओ डर जाएगी,
बाहर निकालो मर जाएगी
पानी में डालो तो तैर जाएगी
3.DHOBI AAYA…,
धोबी आया, धोबी आया , कपड़े साथ कपडे साथ,
कितने कपड़े लाया,
एक, दो, तीन
चार, पांच, छेह
सात, आठ , नौ
दस , दस , दस
और बस.
4.LALA JI NE KELA..,
Motivational Poem In Hindi
लालाजी ने केला खाया
केला खा के मुंह पिचकाया
केला खा कर मुंह पिचकाया
मुंह पिचका के छिलका फेंका
छड़ी उठाकर कदम बढाया
कदम के नीचे छिलका आया
लालाजी तो गिरे धड़ाम
हड्डी पसली दोनों टूटी
मुंह से निकला हाय राम, हाय राम, हाय राम
हाय राम, हाय राम ||
5.PANI BARSA..,
Motivational Poem In Hindi
पानी बरसा छम छम छम
उपर छाता निचे हम
छाता लेकर निअकले हम,
पैर फिसल गया, गिर गए हम.
6.CHUN CHUN KARTI..,
चुन चुन करती आई चिड़िया
दाल का दाना लाई चिड़िया
मोर भी आया, कौवा भी आया
चूहा भी आया, बन्दर भी आया
चुन चुन करती..
भूख लगे तो चिड़िया रानी
मूँग की दाल पकाएगी
कौवा रोटी लाएगा
लाके उसे खिलाएगा.
चलते चलते मिलेगा भालू
हम बोलेंगे नाचो कालू
मुन्ना ढोल बजाएगा
भालू नाच दिखाएगा
मोर भी आया…
चुन चुन करती आई चिड़िया
साथ हमारे चले बराती
मैं तो हूँ मुन्ने का हाथी
सीधे दिल्ली जाऊँगा
तेरी दुल्हनिया लाऊँगा
मोर भी आया…||
7.MAMMI KI ROTI..,
मम्मी की रोटी गोल गोल,
पापा का पैसा गोल गोल,
दादा का चस्मा गोल गोल,
दादी की बिंदिया गोल गोल,
मम्मी की बेटी गोलमटोल.
8.CHHUNU MUNNU..,
चुन्नू मुन्नू थे दो भाई,
रसगुल्ले पर हुई लड़ाई,
चुन्नू बोला मैं खाऊंगा,
मुन्नू बोला मैं खाऊंगा,
हल्ला सुन कर मम्मी आई,
दोनों को एक चपत लगाई..
कभी न लड़ना कभी न झगड़ना,
आपस में तुम मिलकर रहना |
9.TITLI UDI..,
तितली उडी उड़ ना सकी,
प्लेन में चढ़ी, और सिट ना मिली,
सिट ना मिली रोने लगी,
फूल ने पू12 ||मैं इसको कपडे पहनाती ,
इसको अपने साथ सुलाती.
ये है मेरी सखी सहेली ,
नही छोडती मुझे अकेली.
10.MERI GUDIYA..,
मेरी गुड़िया, मेरी गुड़िया
मेरी गुड़िया, मेरी गुड़िया,
हांसी खुशी की है ये पुडिया.
मेरी गुड़िया, मेरी गुड़िया,
हांसी खुशी की है ये पुडिया.
ना ये ज्यादा बात बनाये,
मेरी बात सुनती जाए.
कभी कुछ बोलती नही
कभी मुझसे रूठती नही
मेरी गुड़िया, मेरी गुड़िया,
हांसी खुशी की है ये पुडिया.
इसके है सुनहरे बाल
गोर गोर है इसके गाल
आँखे इसकी गोल गोल
रूप इसका है अनमोल
मेरी गुड़िया, मेरी गुड़िया,
हांसी खुशी की है ये पुडिया
सुनती है मुझसे कहानी
मेरी है ये गुडिया रानी
गाना इसको रोज सुनाती ,
लेकिन खाना नही ये खाती
मेरी गुड़िया, मेरी गुड़िया,
हांसी खुशी की है ये पुडिया.
11.NANI TERI MORNI..,
नानी तेरी मोरनी को मोर ले गये
बाकी जो बचा था काले चोर ले गये
खाके पीके मोटे होके चोर बैठे रेल में
चोरोंवाला डब्बा कट के पहुँचा सीधा जेल में
उन चोरों की खूब खबर ली मोटे थानेदारने
मोरों को भी खूब नचाया जंगले की सरकारने
अच्छी नानी, प्यारी नानी, रुसारुसी छोड़ दे
जल्दी से एक पैसा दे दे, तू कंजुसी छोड़ दे.
12 BANDAR MAMA..,
बन्दर मामा पहन पैजामा
दावत खाने आये।
ढीला कुरता , टोपी, जूता
पहन बहुत इतराए।
रसगुल्ले पर जी ललचाया,
मुँह में रखा गप से।
नरम नरम था, गरम गरम था,
जीभ जल गई लप से।
बन्दर मामा रोते रोते
वापस घर को आए।
फेंकीं टोपी, फेंका जूता,
रोए और पछताए।
13. DEKHO DAKIYA..,
बन्दर मामा पहन पैजामा
दावत खाने आये।
ढीला कुरता , टोपी, जूता
पहन बहुत इतराए।
रसगुल्ले पर जी ललचाया,
मुँह में रखा गप से।
नरम नरम था, गरम गरम था,
जीभ जल गई लप से।
बन्दर मामा रोते रोते
वापस घर को आए।
फेंकीं टोपी, फेंका जूता,
रोए और पछताए।
14. UPAR PANKHA..,
ऊपर पंखा चलता है,
निचे मुन्ना सोता है,
सोते सोते भूख लगी,
खाले बेटा मूंगफली,
मूंगफली में दाना नहीं,
हम तुम्हारे मामा नहीं,
मामा गए दिल्ली,
वहां से लाये दो बिल्ली,
बिल्ली ने मारा पंजा,
मामा हो गया गंजा||
15. ALU KACHHALU..,
आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे,
बैंगन की टोकरी में सो रहे थे,
बैंगन ने लात मारी रो रहे थे,
मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे,
पापा ने पैसे दिए नाच रहे थे,
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे||
आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे
बैंगन की टोकरी में सो रहे थे,
बैंगन ने लात मारी रो रहे थे,
मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे,
पापा ने पैसे दिए नाच रहे थे,
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे ||
16 SHER KI BARAT..,
शेर की बारात मे,
धुम मचेगी रात मे|
हाथी की सवारी होगी,
पीछे घोडा-गाडी होगी
भालू ढोल बजाएगा,
गधा तान सुनाएगा|
बन्दर नाच दिखायेगा|
दूल्हा दुल्हन साथ मे,
झूमेंगे हम रात मे
शेर की बारात मे,
धूम मचेगी रात मे |
शेर की बारात मे,
धुम मचेगी रात मे|
हाथी की सवारी होगी,
पीछे घोडा-गाडी होगी
भालू ढोल बजाएगा,
गधा तान सुनाएगा|
बन्दर नाच दिखायेगा|
दूल्हा दुल्हन साथ मे,
झूमेंगे हम रात मे
शेर की बारात मे,
धूम मचेगी रात मे |
17. ALU BOLA MUJHKO..,
आलू बोला मुझको खा लो |
मैं तुमको मोटा कर दूंगा |
पालक बोली मुझको खा लो |
मैं तुमको ताकत दे दूँगी |
गोभी, मटर, टमाटर बोले |
गाजर, भिन्डी, बैंगन बोले|
गोभी, मटर, टमाटर बोले |
अगर हमें भी खाओगे |
जल्दी बड़े हो जाओगे |
गाजर बोला मुझको खालो
मै तुमको विटामिन्स दूंगा
भिन्डी बोली मुझको खालो
मै तुमको हैल्दी कर दूंगी
गोभी, मटर, टमाटर बोले |
गाजर, भिन्डी, बैंगन बोले|
अगर हमे भी खाओगे तो
जल्दी बड़े होजाओगे
अगर हमे भी खाओगे तो
जल्दी बड़े होजाओगे.
18. BILLI MAUSI..,
बिल्ली मौसी बिल्ली मौसी,
कहो कहाँ से आई हो.
कितने चूहे मारे तुमने,
कितने खा कर आई हो,
क्या बताऊ शीला बहन,
आज नहीं कुछ पेट भरा,
एक ही चूहा खाया मैंने,
वो भी बिलकुल सडा हुआ |
19. CHANDA MAMA GOL..,
चंदा मामा गोल मटोल,
कुछ तो बोल कुछ तो बोल,
कल थे आधे आज हो गोल,
खोल भी दो अब अपनी पोल,
रात होते ही तुम आ जाते,
संग संग सितारे लाते,
और दिन मे कहा चिप जाते हो,
कुछ तो बोल कुछ तो बोल |
चंदा मामा गोल मटोल,
कुछ तो बोल कुछ तो बोल,
कल थे आधे आज हो गोल,
खोल भी दो अब अपनी पोल,
20 NANI MAA NE..,
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CONCLUSION..,
अंत में, हिंदी में 200 सर्वश्रेष्ठ प्रेरक कविताएँ आपके जोश को ऊंचा रखने और प्रेरित रहने का एक शानदार तरीका हैं। वे कठिन समय से निकलने और आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। इसलिए, समय निकाल कर इनके माध्यम से पढ़ें और उनकी शक्ति आपको महानता के लिए प्रेरित करे। अंत में, ये 200 कविताएँ आपके दिन की शुरुआत करने और प्रेरित होने का एक शानदार तरीका हैं। वे निश्चित रूप से आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेंगे। इसलिए, प्रत्येक सुबह कुछ मिनट निकाल कर इनमें से किसी एक कविता को पढ़ें और शब्दों को आपको अपना सर्वश्रेष्ठ बनने के लिए प्रेरित करें। heart touching love poems in hindi, inspirational poems in hindi, poem on tree in hindi, small poem on mother in hindi, 15 august poem in hindi, 26 january poem in hindi, birthday poem in hindi, deshbhakti poem in hindi, inspirational poem on mother in hindi, poem on birds in hindi, poem on environment in hindi. poem on freedom fighters in hindi,poem on water in hindi, short poem on 15 august in hindi,subhadra kumari chauhan poems in hindi, thank you poems for teachers in hindi,fathers day poem in hindi, heart touching poem in hindi, heart touching poem on republic day in hindi, holi poem in hindi. poem on friendship in hindi.